Rahulwebtech.COM-Online Share Marketing, Internet Tips aur Tricks in Hindii डेंगू संक्रमण बुखार क्या है? लक्षण, कारण और घरेलू उपचार और परहेज (Home Remedies for Dengue Fever)

डेंगू संक्रमण बुखार क्या है? लक्षण, कारण और घरेलू उपचार और परहेज (Home Remedies for Dengue Fever)

दोस्तों rahultechnoweb पर आपका तहे दिल से अभिनंदन हैं इस पेज पर आप लोगों को डेंगू संक्रमण बुखार दूर करने के उपाय को विस्तार से पढ़कर अपने डेंगू संक्रमण बुखार दूर कर सकते हैं।

आज के समय में डेंगू संक्रमण बुखार होना एक बड़ी समस्या बन गयी है लोग ना जाने कौन कौन माध्यमों से डेंगू संक्रमण बुखार दूर  करने का तरीका बता रहे हैं लेकिन उससे आपको कोई फायदा नही हो रहा है  और नुकसान ज्यादा से ज्यादा  हो रहा  है कुछ लोग तो केवल पैसे कमाने के लिए  डेंगू संक्रमण बुखार दूर करने  की दवाइयाँ बेंच रहे हैं ।  जिनका कोई फायदा नहीं हो रहा है ।

और हा हम इस पोस्ट में वैसा नहीं बताएंगे , हम इस पोस्ट में आपको कुछ जबरदस्त नुक्से बताने वाले हैं ।

जो आपको फायदा को छुड़ाय नुकसान नही होगा।

नीचे दिये गये तरीको से डेंगू संक्रमण बुखार दूर कर सकते हैं ,इन तरीको का इस्तेमाल रोजाना करके डेंगू संक्रमण बुखार दूर कर सकते हैं  यदि इन तरीको का इस्तेमाल अच्छे से किया तो आपका डेंगू संक्रमण बुखार अवश्य दूर हो जाएगा ।

डेंगू एक मौसमी बीमारी है जो एडीज मौसम में मच्छरों के काटने से होती है। डेंगू वायरस मच्छरों के काटने से मनुष्य में प्रवेश करता है और इससे बुखार, सिरदर्द, थकान, जोड़ों में दर्द और त्वचा पर लाल चकत्ते जैसे लक्षण होते हैं। अधिकतर मामलों में, यह बीमारी स्वतः ठीक हो जाती है, लेकिन कुछ लोगों में गंभीर रूप से संक्रमण हो सकता है जो डेंगू हेमोरेजिक फीवर (DHF) या डेंगू शोक सिंड्रोम (DSS) नामक बीमारियों का कारण बनता है। 

डेंगू संक्रमण बुखार क्या है? लक्षण, कारण और घरेलू उपचार और परहेज (Home Remedies for Dengue Fever)

डेंगू का उपचार उन लक्षणों के अनुसार किया जाता है जो मरीज को होते हैं। अधिकतर मामलों में, लोगों को पर्याप्त संभवतः शीघ्र आराम देना चाहिए और बहुत सारे पानी और तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए ताकि उनके शरीर से टॉक्सिन निकल सकें। जो लोग गंभीर रूप से संक्रमित हैं, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जाना चाहिए जहां उन्हें इंट्रावेनस फ्लूइड्स दिए जाते हैं।


    #1. डेंगू बुखार क्या है?  (what is dengue fever in hindi)

    डेंगू बुखार एक मौसमी बुखार है जो एक विशिष्ट प्रकार के मच्छर (Aedes aegypti) द्वारा प्रसारित होता है। यह वायरस एक संक्रमण से बचाव नहीं होता है और इसे मच्छरों द्वारा फैलाया जाता है। यह बुखार सामान्यतः उच्च ज्वर और शरीर में दर्द और अन्य लक्षणों के साथ आता है।

    डेंगू बुखार के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, शरीर के दर्द, आंखों में लाल रंग का दाग, थकान, ज्यादा पसीना आना, सूखी खांसी और खोखले जाने वाले शरीर के अंग शामिल हो सकते हैं। अधिकतम लोग डेंगू से पूर्णतः ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर समस्या बन सकता है और जानलेवा हो सकता है।

    डेंगू बुखार से बचाव के लिए, मच्छरों के कटने से बचना बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए, अपने घर और आसपास के इलाकों को साफ-सुथरा रखने और उन्हें जमा पानी से दूर रखने का ध्यान रखना चाहिए।

    #2. डेंगू बुखार के लक्षण (Symptoms of Dengue fever in hindi)

    डेंगू बुखार एक महामारी होती है जो एक वायरस से फैलती है। इसके लक्षण इस प्रकार होते हैं:

    1.बुखार: डेंगू बुखार का सबसे प्रमुख लक्षण बुखार होता है। इस बुखार के साथ साथ शरीर में दर्द एवं थकान भी महसूस होती है।

    2.सिरदर्द: डेंगू बुखार में सिरदर्द का भी अनुभव होता है जो कि असहनीय हो सकता है।

    3.जुखाम एवं खांसी: डेंगू बुखार के मरीजों में जुखाम एवं खांसी के लक्षण भी देखे जा सकते हैं।

    4.छाती में दर्द: डेंगू बुखार के मरीजों में छाती में दर्द का अनुभव हो सकता है जो कि बेहद असहनीय होता है।

    5.बदहजमी एवं उल्टी: डेंगू बुखार में मरीजों को बदहजमी एवं उल्टी के लक्षण भी हो सकते हैं।

    6.स्वच्छता एवं हाइजीन ध्यान रखने से इस रोग को फैलने से रोका जा सकता है।

    यदि आपको डेंगू बुखार के लक्षणों का संदेह हो तो आप अपने नजदीकी चिकित्सक से संपर्क करें और उनसे सलाह लें।

    #3.डेंगू वायरस के प्रकार (Types of Dengue Virus in hindi)

    डेंगू वायरस एक विषाणु होता है जो मक्खियों के काटने से मनुष्य में प्रवेश करता है। इस वायरस के चार प्रकार होते हैं, जो निम्नलिखित हैं:

    1.डेंगू वायरस सरोटाइप 1 (DENV-1) - यह डेंगू का सबसे पुराना प्रकार है और इसे एशिया, अफ्रीका और अमेरिका में पाया जाता है।

    2.डेंगू वायरस सरोटाइप 2 (DENV-2) - यह डेंगू का सबसे विस्तृत फैलाव है और इसे सभी महाद्वीपों पर पाया जाता है।

    3.डेंगू वायरस सरोटाइप 3 (DENV-3) - यह डेंगू का दूसरा सबसे पुराना प्रकार है और इसे एशिया, अफ्रीका, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में पाया जाता है।

    4.डेंगू वायरस सरोटाइप 4 (DENV-4) - यह डेंगू का सबसे नया प्रकार है और इसे अमेरिका, एशिया और अफ्रीका में पाया जाता है।

    ये सभी प्रकार लक्षणों, उपचार और आगे बढ़ने से रोकथाम की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं।

    #4. डेंगू संक्रमण क्या होता है (what is dengue infection in hindi)

    डेंगू संक्रमण एक बीमारी है जो मक्खियों के काटने से फैलती है। इसका कारण डेंगू वायरस होता है, जो एडेस मक्खी नामक मक्खी द्वारा फैलाया जाता है। इस वायरस के कई रूप होते हैं, जिसमें से कुछ संक्रमणकारी होते हैं।

    जब कोई व्यक्ति एडेस मक्खी द्वारा काटा जाता है, तो वायरस उनके शरीर में प्रवेश करता है और उन्हें डेंगू बुखार के लक्षणों से प्रभावित करता है। इन लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, थकान, ज्वर, लहराती त्वचा और संचारी दर्द शामिल होते हैं।

    अधिकतर लोगों के लिए यह बुखार सामान्य रूप से स्वयं ही ठीक हो जाता है, लेकिन कुछ लोगों में यह गंभीर हो जाता है और अन्य जटिलताओं का कारण बन सकता है, जैसे कि डेंगू शोक सिंड्रोम और डंडा बुखार।

    #5. डेंगू कैसे होता है (how is dengue in hindi)

    डेंगू एक मच्छरों के बाइट से होने वाली एक बुखार उत्पन्न करने वाली बीमारी है। डेंगू बुखार वायरस द्वारा होता है, जो एडीज मॉस्किटो के काटने से मनुष्य के शरीर में प्रवेश करता है। यह मच्छर एक से दूसरे व्यक्ति को डेंगू बुखार का संक्रमण फैला सकते हैं।

    डेंगू वायरस के लक्षण बुखार, सिरदर्द, शरीर दर्द, जुकाम और सूखी खांसी के होते हैं। अन्य लक्षण में से कुछ लोगों को संक्रमित होने पर सामान्य समय से पहले तकलीफ या दर्द का अनुभव नहीं होता है, इसलिए उन्हें अपने बुखार का कुछ भी ध्यान नहीं होता है।

    डेंगू का इलाज उपलब्ध होता है, जिसमें राहत के लिए दवाएं और विशेष निरीक्षण के माध्यम से संक्रमित व्यक्ति की सेवा की जाती है। इसके अलावा, सफाई का ध्यान रखना और मच्छरों से बचने के लिए सुरक्षा के उपाय अपनाना भी बहुत महत्वपूर्ण है।

    #6. डेंगू किस चीज के काटने से होता है (Dengue is caused by the bite of in hindi)

    डेंगू एक मच्छर जीव से फैलने वाली बीमारी है जो एडेस मच्छर के काटने से होती है। जब एक संक्रमित मच्छर किसी व्यक्ति को काटता है, तो व्यक्ति के शरीर में वायरस प्रवेश करता है और इससे डेंगू के लक्षण दिखाई देने लगते हैं।

    यह मच्छर आमतौर पर दिन के समय ज्यादातर डेंगू मच्छर कहलाते हैं और इनका प्रभाव समुद्र तल से ८०० मीटर की ऊंचाई तक का होता है।

    #7. डेंगू होने से कैसे रोकें (how to prevent getting dengue in hindi)

    डेंगू एक मच्छरों के द्वारा फैलने वाली बीमारी है जो एक व्यक्ति को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है। डेंगू से बचने के लिए निम्नलिखित उपायों का पालन करें:

    1.जंगली मच्छरों के बचाव के लिए अपने आसपास के स्थलों को साफ सुथरा रखें। उन्हें अंधेरे और नमी वाले स्थानों से दूर रखें।

    2.जोनों में जल संचय की सुविधाएं न बनाएं।

    3.खुले पानी को उचित ढंग से स्टोर करें। घटिया पानी को छोड़ दें।

    4.घर के आसपास के स्थानों को साफ करें जहां पानी जमा हो सकता है, जैसे कि पेड़ों के झूलों, पत्तों या फूलों के पात्रों के नीचे।

    5.अपने शरीर को तनाव मुक्त रखें। उन जगहों को बचाएं जहां मच्छर आने के लिए रुक सकते हैं। ये जगहें में से कुछ हैं बाजारों, उद्यानों, समुद्र तटों, नालों, जंगलों, आदि।

    6.अपने घर में मच्छर भगाने के लिए मशीनों का उपयोग करें। जैसे- एयर कंडीशनर, कूलर, मशीनी फेंकी, आदि।

    डेंगू संक्रमण बुखार के लिए घरेलू उपचार 9home remedies for dengue infection fever in hindi)

    डेंगू संक्रमण बुखार एक मच्छरों द्वारा प्रसारित होने वाली एक संक्रमण रोग है। इस बीमारी का इलाज उपलब्ध है, लेकिन कुछ घरेलू उपचार भी हैं जो राहत प्रदान कर सकते हैं। यदि आपको डेंगू संक्रमण बुखार है, तो आप निम्नलिखित उपायों को अपना सकते हैं:

    1.अधिक पानी पिएं: आपको देह को हाइड्रेटेड रखना बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए अधिक से अधिक पानी पिएं। नियमित अंतरालों में पानी पिएं ताकि आपका शरीर ताजगी रख सके।

    2.पपीता खाएं: पपीते में अनेक गुण होते हैं जो आपको डेंगू के बुखार से बचाते हैं। इसके अलावा पपीता आपके शरीर को ऊर्जा भी प्रदान करता है।

    3.टी और कॉफी पीएं: अधिक मात्रा में चाय और कॉफी पीने से आपके शरीर को ताकत मिलती है और आपके बुखार को कम करने में मदद करता है।

    4.सोने से पहले गर्म दूध पीएं: गर्म दूध आपके शरीर को शांति देता है और आपके बुखार को कम करता है।

    #1.डेंगू संक्रमण बुखार को रोकने के लिए नीम का उपयोग (Use of neem to prevent dengue infection fever in hindi)

    डेंगू बुखार को रोकने के लिए नीम का उपयोग एक प्रभावी तरीका हो सकता है। नीम में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो कि डेंगू मच्छर के काटने से होने वाली संक्रमण को रोकने में मददगार हो सकते हैं।

    कब्ज क्या है? कारण, लक्षण और घरेलू इलाज और परहेज (Home Remedies for Constipation)

    नीम के पत्ते, छाल और बीज से नीम तेल निकाला जा सकता है जो एंटीवायरल और एंटीमाइक्रोबियल गुणों से भरपूर होता है। यह तेल डेंगू बुखार से पीड़ित व्यक्ति के शरीर पर लगाया जा सकता है।

    इसके अलावा, नीम के पत्तों को पानी में उबालकर उस पानी से घर के आस-पास की जगहों को साफ किया जा सकता है। इससे मच्छरों की संख्या कम हो जाएगी जो डेंगू के वायरस को फैलाते हैं।

    ध्यान रखें कि नीम का उपयोग करने से पहले एक चिकित्सक से सलाह लें और नीम के उपयोग से जुड़ी निर्देशों का पालन करें।

    #2. डेंगू संक्रमण बुखार को रोकने के लिए गिलोय का उपयोग  (Use of Giloy to prevent dengue infection fever in hindi)

    गिलोय एक ऐसा औषधीय पौधा है जिसमें कई औषधीय गुण होते हैं। गिलोय को डेंगू संक्रमण बुखार को रोकने के लिए उपयोगी माना जाता है। इसे इम्यूनिटी बढ़ाने वाला एक उपयोगी आयुर्वेदिक उपचार माना जाता है जो डेंगू संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकता है।

    गिलोय में मौजूद कुछ विशिष्ट तत्व इम्यून सिस्टम को स्ट्रेंथेन करते हैं, जिससे शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। गिलोय में अन्य उपयोगी तत्व भी होते हैं, जैसे कि एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-इंफ्लामेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण।

    इसलिए, अगर आप डेंगू संक्रमण से बचना चाहते हैं, तो आप गिलोय के सेवन कर सकते हैं। आप गिलोय के पत्तों को कड़वे नहीं होने दें, उन्हें उबालकर और फिर उनका रस निकालकर पी सकते हैं। आप गिलोय के रस को नींबू के साथ मिलाकर पी सकते हैं।

    #3. डेंगू संक्रमण बुखार को रोकने के लिए तुलसी का इस्तेमाल (Use of Tulsi to prevent dengue infection fever in hindi)

    देंगू बुखार एक मच्छरों से फैलने वाली संक्रमण रोग है। तुलसी एक ऐसी पौधा है जिसमें कई औषधीय गुण होते हैं जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। यह सबसे सस्ता और आसान तरीका है जिससे आप डेंगू संक्रमण से बच सकते हैं।

    तुलसी के पत्तों को चबाकर उसके रस को निकालकर आप उसे सफेद चीनी या शहद के साथ मिलाकर पी सकते हैं। तुलसी के पत्तों का दूध या जूस डेंगू के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। आप एक से दो तुलसी के पत्ते को गर्म पानी में भी भिगो सकते हैं और इसे पी सकते हैं।

    कब्ज क्या है? कारण, लक्षण और घरेलू इलाज और परहेज (Home Remedies for Constipation)

    तुलसी का इस्तेमाल डेंगू संक्रमण से बचने के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसे नियमित रूप से सेवन करने से आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है और आप संक्रमण से बच सकते हैं।

    #4. डेंगू संक्रमण बुखार को रोकने के लिए पपीते का इस्तेमाल (Use of papaya to prevent dengue infection fever in hindi)

    पपीते को डेंगू संक्रमण से बचाव के लिए उपयोग किया जाता है। पपीते में पाया जाने वाला विटामिन सी, एंटीऑक्सिडेंट्स और वसा घटाने वाले एन्जाइम होते हैं जो आपके शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

    पपीते के पत्तों का रस पीने से शरीर में ताकत आती है और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, जिससे वायरस से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। पपीते के रस में मौजूद एक एंटीऑक्सिडेंट नामक फेरुलिक एसिड, जो शरीर के रोगों से लड़ने में मदद करता है।

    डेंगू से बचाव के लिए, आप पपीते के पत्तों का रस निकालकर पी सकते हैं। आप इसे एक गिलास में निकाल सकते हैं और फिर उसमें नींबू का रस और शहद मिलाकर पी सकते हैं। यह आपके शरीर को विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट देगा, जो डेंगू संक्रमण से लड़ने में मदद करेगा।

    कब्ज क्या है? कारण, लक्षण और घरेलू इलाज और परहेज (Home Remedies for Constipation)

    ध्यान रखें कि पपीते का इस्तेमाल डेंगू से बचाव के लिए केवल एक उपाय है।

    #5. डेंगू संक्रमण बुखार को रोकने के लिए मेथी का इस्तेमाल (Use of fenugreek to prevent dengue infection fever in hindi)

    मेथी (Fenugreek) के बीजों और पत्तियों में एंटी-इन्फ्लैमेटरी गुण होते हैं जो डेंगू संक्रमण के लक्षणों को कम कर सकते हैं। मेथी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तत्व भी शरीर को विषाक्त करने में मदद कर सकते हैं। इसलिए, मेथी के इस्तेमाल से डेंगू संक्रमण को रोकने और इससे बचाव करने में मदद मिल सकती है।

    आप इसे खाने में शामिल कर सकते हैं या फिर इसके पत्तों का रस पी सकते हैं। आप मेथी की चाय बनाकर भी पी सकते हैं। मेथी के बीजों को पाउडर बनाकर भी लिया जा सकता है।

    ध्यान रखें कि मेथी एक औषधीय वनस्पति है, इसलिए इसका अधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए, सलाह दी जाती है कि आप इसे मात्रा में ही खाएं और किसी भी तरह की दवा लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें।

    #6. डेंगू संक्रमण बुखार को रोकने के लिए संतरे का उपयोग (Use of oranges to prevent dengue infection fever in hindi)

    डेंगू बुखार के लिए संतरे का उपयोग करने का कोई वैज्ञानिक सिद्धांत नहीं है। हालांकि, कुछ लोग संतरे को डेंगू बुखार से बचाव के लिए एक घरेलू उपचार के रूप में सलाह देते हैं।

    संतरे में विटामिन सी, पोटेशियम, फोलेट, कैल्शियम, और फाइबर जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, संतरे के खाने से डेंगू बुखार के संक्रमण से बचने के लिए कोई विशेष उपाय नहीं होते हैं।

    डेंगू बुखार से बचने के लिए, निम्नलिखित उपायों का पालन करें:

    1.अपने घर और आसपास के इलाकों को साफ सुथरा रखें।

    2.जल जमाव को रोकने के लिए बैठकों या डिशों में पानी न जमने दें।

    3.घर के आसपास के सारे मच्छरों के लिए मच्छर नेट का उपयोग करें।

    4.बाहर जाने से पहले एक बार जरूर मच्छर रिपेलेंट लगाएं।

    5.जिन लोगों को बुखार, सर्दी, या जुखाम है, उनसे दूरी बनाए रखें।

    #7. डेंगू संक्रमण बुखार को रोकने के लिए जौ का उपयोग (Use of Barley to Prevent Dengue Infection Fever in hindi)

    जौ एक प्राकृतिक उपचार है जो डेंगू जैसे मच्छर संचारित बीमारियों के खिलाफ लड़ने में मदद कर सकता है। जौ एक सुगंधित फसल होती है जो सम्पूर्ण भारत में उगाई जाती है। यह डेंगू जैसी बीमारियों के लिए प्रकृतिक उपचार के रूप में जानी जाती है।

    जौ में विटामिन सी, बी, ए और ई के साथ-साथ अनेक अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं। इसलिए, यह एक स्वस्थ शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है और इसे डेंगू जैसी बीमारियों से लड़ने में उपयोगी बनाता है। जौ का उपयोग आपके शरीर को सुरक्षा प्रदान करता है, जो इस बीमारी से बचने में मदद करता है।

    जौ के रस में अनेक गुण होते हैं जो डेंगू संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं। जौ के रस के सेवन से शरीर की प्रतिरक्षा शक्ति मजबूत होती है और डेंगू जैसी बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है। इसलिए, यदि आप डेंगू संक्रमण से बचना चाहते हैं।

    #8. डेंगू संक्रमण बुखार को रोकने के लिए नारियल पानी का इस्तेमाल (Use of coconut water to prevent dengue infection fever in hindi)

    नारियल पानी अनेक स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है, जो शायद डेंगू जैसे मच्छर से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने में मदद कर सकता है। डेंगू बुखार का कारण एडेस मच्छर होता है, जो इंसान के रक्त में वायरस को फैलाता है। यह रोग फिलहाल दुनिया भर में फैला हुआ है और इसका इलाज विशेषज्ञों के द्वारा किया जाना चाहिए।

    कब्ज क्या है? कारण, लक्षण और घरेलू इलाज और परहेज (Home Remedies for Constipation)

    नारियल पानी में मौजूद एंटीवायरल, एंटीफंगल, और एंटीबैक्टीरियल गुणों के कारण, इसे डेंगू जैसी संक्रमण से बचाने के लिए एक संभव घरेलू उपाय माना जाता है। नारियल पानी में मौजूद विटामिन सी की मात्रा भी इसे एक स्वस्थ विकल्प बनाती है। इसे स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से नारियल पानी का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है।

    डेंगू जैसी संक्रमण से बचने के लिए, आपको नारियल पानी का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए। नारियल पानी के सेवन से शरीर की ऊर्जा की मात्रा बढ़ती है।

    #9. डेंगू संक्रमण बुखार को रोकने के लिए कद्दू का सेवन (Consumption of pumpkin to prevent dengue infection fever in hindi)

    डेंगू संक्रमण बुखार को रोकने के लिए कद्दू का सेवन एक घरेलू उपाय है जो अक्सर लोगों द्वारा अपनाया जाता है। कद्दू में विटामिन सी और ए के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।

    कब्ज क्या है? कारण, लक्षण और घरेलू इलाज और परहेज (Home Remedies for Constipation)

    कुछ अध्ययनों में यह सुझाव दिया गया है कि कद्दू में पाये जाने वाले विशेष प्रतिस्थापक और एंटीऑक्सिडेंट गुण आमतौर पर डेंगू वायरस के विरुद्ध लड़ने में मदद करते हैं। इसके अलावा, कद्दू के बीजों में एक खास प्रकार का प्रोटीन होता है जो डेंगू संक्रमण के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।

    कद्दू का सेवन डेंगू संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकता है, लेकिन यह एकमात्र उपाय नहीं है। अगर आपको डेंगू बुखार होता है, तो आपको नियमित रूप से दवाओं का सेवन करने और अपने डॉक्टर की सलाह पर चलना चाहिए। अधिक से अधिक पानी पिएं ताकि शरीर में उपयोगी तत्वों की कमी न हो।

    #10. डेंगू संक्रमण बुखार को रोकने के लिए चुकन्दर का सेवन (Consumption of beetroot to prevent dengue infection fever in hindi)

    चुकंदर में मौजूद विटामिन सी, फोलिक एसिड, मैग्नीशियम और पोटेशियम का संयोग डेंगू संक्रमण के खतरे को कम करता है। चुकंदर में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट भी शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं।

    डेंगू संक्रमण से बचने के लिए चुकंदर के जूस का सेवन कर सकते हैं। आप चुकंदर का जूस निम्न तरीके से तैयार कर सकते हैं:

    1.एक बड़े चुकंदर को धो लें और उसे छोटे टुकड़ों में काट लें।

    2.इन टुकड़ों को मिक्सर या जूसर में डालें और पानी के साथ पीस लें।

    3.चौंकने वाली ठंडी मिश्रण को अलग से छान लें।

    4.अब इसमें नींबू या शहद मिलाकर पी सकते हैं।

    आप एक दिन में एक बार चुकंदर का जूस पी सकते हैं। इससे आपके शरीर का तापमान नियंत्रित रहेगा और आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। हालांकि, डेंगू संक्रमण के लिए जरूरी है कि आप डॉक्टर से परामर्श लें और उनके द्वारा बताए गए।

    #11. डेंगू संक्रमण बुखार को रोकने के लिए अलोवेरा का इस्तेमाल (Use of aloe vera to prevent dengue infection fever in hindi)

    डेंगू बुखार एक जानलेवा महामारी है जो एडीजी मच्छर के काटने से होती है। इसके लिए अलोवेरा जैसी प्राकृतिक चिकित्सा उपचारों का इस्तेमाल अच्छा हो सकता है।

    अलोवेरा में मौजूद एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुणों के कारण, यह डेंगू के विषाणुओं को मारने में मददगार हो सकता है। इसके अलावा, अलोवेरा में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट भी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।

    कब्ज क्या है? कारण, लक्षण और घरेलू इलाज और परहेज (Home Remedies for Constipation)

    डेंगू से बचाव के लिए अलोवेरा के पत्तों को निर्मित रस का सेवन किया जा सकता है। इसके लिए आप एक ताजगी अलोवेरा का पत्ता काटकर उसके अंदर से रस निकाल सकते हैं। इस रस को एक गिलास में निकालें और इसमें थोड़ा सा शहद डालकर मिला लें। इस मिश्रण को रोजाना एक या दो बार पीने से डेंगू जैसी बीमारियों से बचाव हो सकता है।

    डेंगू होने पर कौन कौन सा फल खाना चाहिए (Which fruit should be eaten in dengue in hindi)

    डेंगू होने पर शरीर को पोषण की आवश्यकता होती है ताकि इससे लड़ने की क्षमता बढ़े और शरीर को इससे जल्दी ठीक होने में मदद मिले। कुछ फल डेंगू से जुड़ी समस्याओं के लिए खास रूप से उपयोगी होते हैं।

    1.पपीता: पपीते में विटामिन सी, बी और ए जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। पपीता अधिकतर जल्दी भोजन का हिस्सा बनाया जाता है, तो यह अच्छा फल होता है जो डेंगू मरीजों को खाने के लिए सम्मत होता है।

    2.आम: आम में विटामिन सी, ए और कैरोटीन होते हैं, जो डेंगू से लड़ने में मदद करते हैं। आम एक अच्छा पोषण स्रोत होता है और इसे खाने से शरीर में ताकत आती है।

    3.मूली: मूली में विटामिन सी और कैल्शियम होता है, जो शरीर को अधिक ऊर्जा प्रदान करते हैं। यह डेंगू मरीजों के लिए एक उपयोगी सब्जी होती है।

    4.सेब: सेब में विटामिन सी होता है, जो शरीर को स्वस्थ रखता है ।

    5.Kewi फल: यह फल डेंगू के लिए बहुत जादा फायदेमंद होता है ।

    6. अनार: यह फल भी डेंगू मरीजो के लिए बहुत लाभदायक है ।

    डेंगू संक्रमण बुखार में डॉक्टर से कब सम्पर्क करना चाहिए

    यदि आप डेंगू संक्रमण के लक्षणों से पीड़ित हो रहे हैं, तो आपको तुरंत अपने निकटतम चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। डेंगू का बुखार तेज और जीभ से ऊपर उठने वाला एक बुखार होता है, जो आपको अधिक महसूस कराता है। इसके अलावा, आपको निम्नलिखित लक्षणों को भी ध्यान में रखना चाहिए:

    1.चक्कर आना

    2.थकान

    3.जोड़ों और नसों में दर्द

    4.सिरदर्द

    5.मतली और उल्टी

    6.पेट में दर्द या दस्त

    7.थर्मामीटर द्वारा बुखार की मात्रा 101 डिग्री फारेनहाइट से अधिक होना

    अगर आपको ये लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो आपको अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। डेंगू संक्रमण के उपचार के लिए अपने चिकित्सक की सलाह अनुसार दवाएं या अन्य उपचार कराए जाते हैं।

    डेंगू संक्रमण बुखार में जांच कब करवानी चाहिए (When to get tested for dengue infection fever in hindi)

    डेंगू बुखार का टेस्ट इस समय के लिए सबसे प्रभावी होता है जब रोग के लक्षण शुरू होने से पहले ही टेस्ट करवाया जाता है। यदि आपको बुखार, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द, नाक या गले में सूखे का अनुभव होता है, तो आपको डेंगू टेस्ट करवाना चाहिए।

     रोग के शुरूआती लक्षणों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि इससे रोग का लंबा समय तक संचार हो सकता है और समय रहते उपचार शुरू नहीं हो पाएगा। इसलिए, आप यदि डेंगू के लक्षण अनुभव कर रहे हैं तो तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करें और उनसे टेस्ट करवाने की सलाह लें।

    डेंगू के दौरान क्या क्या परहेज करना चाहिए (what should be avoided during dengue in hindi)

    डेंगू एक मच्छरों के द्वारा फैलने वाली बीमारी है जिससे बचाव के लिए कुछ सावधानियां अपनाई जानी चाहिए। निम्नलिखित कुछ परहेज याद रखें:

    1.डेंगू मच्छरों द्वारा पैदा किये जाने वाले संक्रमण को रोकने के लिए, घर और आसपास के स्थानों में खड़े पानी को साफ करें और बंद ढलानों के बढ़ते नहीं होने दें।

    2.जब भी बाहर जाएं, उच्चारण और संवेदनशीलता के साथ सबसे अच्छा साधन होता है जैसे कि बंद बालकनी दरवाज़े, जल्दी-जल्दी ताड़े और मछरों के लिए एक्सपोजिंग केमिकल जैसे मैप बंद करने के लिए उपलब्ध हैं।

    3.वस्त्रों में सुषम परिवर्तन करें जैसे लम्बी आसटीन वाली शर्ट या लोंग स्लीव शर्ट, पैंट, और मोजे या जूते पहनें। इससे आपके शरीर के अधिकांश हिस्सों को कवर करने में मदद मिलती है।

    4.घर के आसपास उपयुक्त विकल्प के रूप में, मच्छरों को दूर रखने के लिए मछरों भगाने वाली मशीन का उपयोग कर सकते हैं ।

    डेंगू संक्रमण बुखार के दौरान जीवनशैली (Lifestyle during dengue infection fever in hindi)

    डेंगू बुखार एक वायरल संक्रमण होता है जो डेंगू मच्छर द्वारा फैलता है। डेंगू बुखार के दौरान, जीवनशैली निम्नलिखित होनी चाहिए:

    1.सफाई और स्वच्छता: डेंगू मच्छर गंदगी और अस्वच्छता में अधिक होते हैं। इसलिए, अपने आसपास की सफाई और स्वच्छता को बनाए रखना आवश्यक है। अपने आसपास के इलाकों को साफ-सफाई करें और जहां जहां पानी इकट्ठा होता है, उसे रोकें।

    2.पानी को सुखाना: डेंगू मच्छर अपने अंडे पानी में रखते हैं। इसलिए, जहां तक संभव हो, पानी को सुखा दें। यदि आपके घर में पानी इकट्ठा होता है, तो उसे नियमित अंतराल पर सुखा दें।

    3.जहां तक संभव हो, मच्छरों से बचें: डेंगू मच्छर दिन और रात दोनों अधिक होते हैं। जब भी आप बाहर जाएं, एक मच्छर बाइट से बचने के लिए एंटी-मच्छर लोशन या क्रीम का उपयोग करें। अपने घर के अंदर और बाहर मच्छर नहीं होने दें।

    डेंगू संक्रमण बुखार के दौरान खान-पान (Food and drink during dengue infection fever in hindi)

    डेंगू संक्रमण बुखार के दौरान खान-पान का विशेष ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण है। डेंगू बुखार के मरीजों को उन्हें पर्याप्त मात्रा में पानी पिना चाहिए ताकि उन्हें उनके शरीर से निकले तैलीय पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिल सके।

    अधिकतर डेंगू संक्रमण बुखार के मरीजों को शुगर लेवल की समस्या होती है, इसलिए वे शक्कर युक्त खाद्य पदार्थों से दूर रहना चाहिए। वे अपने भोजन में फल, सब्जियां, दाल, अंडे, मछली और दूध जैसे प्रोटीन, विटामिन और खनिज युक्त आहार शामिल कर सकते हैं। वे हमेशा हाईड्रेशन वाले शरबत, नारियल पानी, जलेबी, लस्सी, छाछ और जूस जैसे पेय पदार्थों का सेवन कर सकते हैं।

    डेंगू संक्रमण बुखार के मरीजों को तले हुए, फ्राइड, चिप्स, बिस्किट, मैदा और तले हुए समोसे जैसे अधिक तेल और मैदा युक्त खाद्य पदार्थों से दूर रहना चाहिए।

    निष्कर्ष(Conclusion)

    तो दोस्तों या था आज का पोस्ट जिसमे आपको मैंने बताया कीडेंगू संक्रमण बुखार खत्म करने के लिए कौन कौन से नुक्सा अपनाना चाहिए । और मुझे पूरा उम्मीद है कि आपको ये जानकारी बहोत पसंद आयी होगी । और अगर आपका कोई सवाल है तो आप comment करके पूछ सकते है, मैं आपकी पूरी सहायता(help) करने की कोशिश करूँगा।

    और आप लोग ये बताये की आप लोगो को इनमे से कौन सा नुक्सा आपको बहोत पसंद आया ।

    और डेंगू संक्रमण बुखार खत्म करने जे लिए आप  लोगों को ये जानकारी कैसी लगी अगर अच्छी लगी हो तो आप ये भी comment करके बता सकते है और साथ ही साथ आप इस आर्टिकल या पोस्ट को शेयर भी जरूर करे।

                                

                                धन्यवाद


     


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